इस भागदौड़ की जिंदगी में भला खुश रहना कौन नही चाहता होगा। लेकिन कुछ आदतों के कारण इंसान दुखी रहने लगता है। इन आदतों को कुछ लोग जानबूझ कर करते है तो कुछ लोग अनजाने में कर रहे होते है। कैसे भी हो, नुकसान दोनो को बराबर ही होता है । अगर जीवन में खुश रहना चाहते है तो इन बुरी आदतों को छोड़ना होगा। ये है वो आदतें जिन्हे छोड़ देने से आप हमेशा खुश रहेंगे।
• झूठ बोलना
आमतौर पर हर माता-पिता अपने बच्चे को सच और ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हैं, लेकिन वे खुद उनके सामने झूठ बोलें तो बच्चों की नजर में वे अपना सम्मान खो देंगे।इसलिए आपको अपने बच्चो के सामने झूठ नही बोलना चाहिए। और वैसे भी झूठ बोलने से आपके व्यक्तित्व पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है।
कई बार आपके झूठ के कारण आप खुद ही गलत तरीके से फस जाते है। याद रखिए एक झूठ को छुपाने के लिए आपको कई झूठ बोलने पड़ेंगे। और आप झूठ बोलकर स्वयं भी असहज ही महसूस करेंगे। आप का दिमाग हमेशा उस झूठ की तरफ ही आकर्षित होगा कि कही आप पकड़े न जाओ। जिससे आप टेंशन और दुखी रहने लगते है। इसलिए खुश रहना है तो झूठ बोलना बंद कर दें।
• अहम (ego) रखना
किसी भी रिश्ते (relation) को तोड़ने में इस ईगो यानी घमंड की बहुत बड़ी भूमिका होती है। सबसे खास बात यह है कि जिसके अंदर ईगो होता है उन्हे उस बात का बिलकुल भी एहसास नही होता है। बल्कि वह तो अगले वाले के ऊपर ही आरोप लगाने में लगा रहता है । इगो छोटी छोटी बातों को भी पहाड़ बना देता है। जिससे छोटी छोटी बातों से भी किसी रिश्ते (relation) की डोर को बहुत कमजोर कर देता है।
इगो के कारण आपके अपने धीरे धीरे आपसे दूरियां बनाने लगते है। लोगो की नजरों में आप गिरने लगते है । आपका सम्मान कम होने लगता है। इगो के कारण बिल्कुल अकेला हो जाते है। जिससे दुख आपको जकड़ने लगता है। खुशियां आपसे दूर होने लगती है।
ईगो अर्थात अहंकार के कारण आजकल सबसे ज्यादा रिश्ते टूटते जा रहे है। पति पत्नी के बीच में छोटी सी बात पर हंगामा मच जाता है और भी सिर्फ अपनी बात को मनवाने के चक्कर में । आखिर ये ईगो नही है तो क्या है ?
• अभद्र भाषा का प्रयोग करना
आप इस बात से तो भली भाटी ही परिचित होंगे कि बोली हुई बात और बंदूक से निकली गोली कभी वापस नहीं आते हैं। पत्नी और बच्चों के सामने अमर्यादित शब्दों का उपयोग आपको हमेशा के लिए शर्मिंदगी का शिकार बना सकता है। साथ ही यह उनकी जिंदगी पर भी बुरा असर डाल सकता है । इसलिए हमेशा ऐसे शब्दों से बचें। अपने बच्चो या पत्नी के सामने क्या मैं तो कहता हूं ऐसी वाणी बोलने से ही बचना चाहिए। हमेशा अच्छे शब्दो का ही प्रयोग करना चाहिए। अच्छी आदत बनी रहेगी तो भूल कर भी आप नही बोलेंगे।
अगर आपकी बोली में अभद्र भाषा का प्रयोग होता रहेगा तो धीरे धीरे यह आपकी आदत में शुमार होने लगेगा और जिससे आप किसी सामाजिक स्थान पर भी अभद्र भाषा का प्रयोग करके अपनी मर्यादा , अपनी इज्जत गंवा बैठेंगे।
• नकारात्मक रवैया रखना
नकारात्मक विचार (Negative thoughts) सिर्फ हमारे दिमाग को ही नही बल्कि पूरे शरीर को बेकार कर देता है। सिर्फ Negative thoughts से शरीर में नेगेटिव एनर्जी का सेक्रेशन होता है जिसके कारण हमारे शरीर में कई बीमारियों को जन्म देता है। अगर अपने शरीर को स्वस्थ (Healthy) रखना है तो आपको सदैव सकारात्मक विचार (Positive thoughts) ही अपने मन में लाने चाहिए। आपके सकारात्मक विचार (Positive thoughts) मात्रा से ही आपका शरीर स्वस्थ (Healthy) बना रहेगा। ऐसे ही सकरात्मक विचार या नकारात्मक विचार का हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है ।
नकारात्मक विचारधारा वाले व्यक्तियों को सिर्फ उल्टा ही नजर आता है। अच्छे बातें भी उन्हें गलत ही समझ में आने लगता है। ऐसे लोग हमेशा गलत विचारधारा रखने वालो की श्रेणी में आते है। इस प्रवृति के लोग न तो खुद सुखी रहते है और न ही अपने आस पास के लोगो को सुखी रहने देते है ।
• नकल करना
अपने को लेकर किसी दूसरे से तुलना करना सबसे बड़ी बीमारी है। खुद की या फिर परिवार के सदस्यों की या फिर अपनी संपत्ति की दूसरों से तुलना करना खुद की खुशियों (happiness) को समाप्त कर देना होता है। तुलना करने से आपके अंदर असंतोष की भावना पैदा हो जाती है और जिस इंसान के अंदर असंतोष पैदा हो जाए तो भला वह कैसे खुश रह सकता है।
जीवन में खुश (happy) रहने के लिए दूसरों से तुलना करना छोड़ दीजिए और जो आपके पास है, जैसे है उसी में संतुष्ट होना सीखिए। हां जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रयासरत रहिए लेकिन असंतुष्ट नही। क्योंकि असंतोष दुख का कारण है।
• आय से ज्यादा खर्च करना
आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया। कमाई कम हो और खर्चे जब ज्यादा होने लगते है तो समझ लीजिए उस घर में पतन , अशांति, कलह आदि शुरू हो जाता है। ऐसे घरों का विकास अवरुद्ध हो जाता है। ज्यादा खर्चे होने का कारण यह भी है की इच्छाओं पर काबू न कर पाना। आपने समाज में देखे भी होंगे कई लोग महंगे मोबाइल mobile, गाड़ी car, कपड़े clothes आदि के शौकीन होते है जबकि उनकी आमदनी का जरिया बहुत कम होता है। ऐसे लोग कुछ दिन तक तो मजे लेते है लेकिन फिर ऐसे टूटते है की दुबारा उठा नही जाता। इसलिए ज्यादा चाहत है तो फिर ज्यादा इनकम income कीजिए, लेकिन थोड़ी बचत विकास के लिए, किसी आकस्मिक घटना के लिए जरूर करें हमेशा खुश खुशी जिंदगी (happy life) बीतेगी वरना सारी जिंदगी गम में ही बीत जायेगी।
ये बातें अगर अपने जीवन में अमल में लाए तो जीवन भर खुशी का दामन साथ रहेगा। जिंदगी बिलकुल बिंदास और खुशहाल कटेगी नही तो जिंदगी तो सभी जीए जा रहे है। फैसला आपको करना है कि सिर्फ जिए जाना है या खुलकर का बिंदास जीना है।
दोस्तो आशा करता हूं ये आर्टिकल आपको पसंद आएगा। अगर पसंद आए तो शेयर जरूर करें और मेरे वेबसाइट www jeenasikhomotivation.com को सब्सक्राइब करना ना भूले ।
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