सकारात्मक रहें -स्वस्थ रहें (Be Positive and Keep Healthy)

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नकारात्मक विचार (Negative thoughts) सिर्फ हमारे दिमाग को ही नही बल्कि पूरे शरीर को बेकार कर देता है। सिर्फ Negative thoughts से शरीर में नेगेटिव एनर्जी का सेक्रेशन होता है जिसके कारण हमारे शरीर में कई बीमारियों को जन्म देता है। अगर अपने शरीर को स्वस्थ (Healthy) रखना है तो आपको सदैव सकारात्मक विचार (Positive thoughts) ही अपने मन में लाने चाहिए।  आपके सकारात्मक विचार (Positive thoughts) मात्रा से ही आपका शरीर स्वस्थ (Healthy) बना रहेगा। ऐसे ही सकरात्मक विचार या नकारात्मक विचार का हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है आपको एक घटना का जिक्र करके बताना चाहूंगा। यह एक घटना अमेरिका का है ।

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अमेरीका के जेल मे एक कैदी को जब फाँसी की सजा सुनाई, तब वहाँ के कुछ वैज्ञानिकों ने विचार किया कि इस कैदी पर एक प्रयोग किया जाये। फिर उस कैदी को बताया गया कि उसे फाँसी की बजाय एक विषैले कोबरा सांप से डसवा कर मारा जाएगा। फाँसी वाले दिन उसके सामने एक बड़ा विषधर कोबरा साँप लाया गया , उस सांप को कैदी के सामने दिखाते हुए रखा गया और उसे बताया गया की इसी सांप से डसवाया जायेगा। उसके बाद कैदी की आँखो पर पट्टी बाँध कर उसे कुर्सी पर बैठकर बाँध दिया गया।

बैज्ञानिको ने उस कैदी को साँप से ना डसवा कर उसके शरीर में एक साफ सुथरी सेफ्टी पिन चुभाई गई। आपको बता दे की यह एक आश्चर्य की घटना घटित हुई। और वह आश्चर्य बात यह हुई कि कैदी की 2 सेकंड में ही मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे कैदी के शरीर में  एक विष मिला। ये विष कहाँ से आया जिससे कैदी की मृत्यु हुई ? जब वैज्ञानिकों ने जांच पड़ताल की तो पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि ये विष कैदी के शरीर में मानसिक डर की वजह से, उसके शरीर ने ही उत्पन्न किया था।

दोस्तों एक छोटी सी घटना है एक हॉस्पिटल की बताने जा रहा हूं जो आपको सकारात्मक बनाने में काफी हद तक मददगार साबित होगी। यह घटना है लंदन की -

एक नर्स लंदन में ऑपरेशन से दो घंटे पहले मरीज़ के कमरे में घुसकर कमरे में रखे गुलदस्ते को संवारने और ठीक करने लगी।

ऐसे ही जब वो अपने पूरे लगन के साथ काम में लगी थी, तभी अचानक मरीज़ से पूछा "सर आपका ऑपरेशन कौन सा डॉक्टर कर रहा है?"

मरीज ने नर्स को देखे बिना ही अच्छे लहजे में कहा "डॉक्टर जबसन"।

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नर्स ने डॉक्टर का नाम सुना और आश्चर्य से अपना काम छोड़ते हुए मरीज़ के पास पहुँची और पूछा "सर, क्या डॉ. जबसन ने वास्तव में आपके ऑपरेशन को स्वीकार किया हैं?

ऐसे ही जब वो अपने पूरे लगन के साथ काम में लगी थी, तभी अचानक मरीज़ से पूछा "सर आपका ऑपरेशन कौन सा डॉक्टर कर रहा है?"

मरीज ने नर्स को देखे बिना ही अच्छे लहजे में कहा "डॉक्टर जबसन"।

नर्स ने डॉक्टर का नाम सुना और आश्चर्य से अपना काम छोड़ते हुए मरीज़ के पास पहुँची और पूछा "सर, क्या डॉ. जबसन ने वास्तव में आपके ऑपरेशन को स्वीकार किया हैं?

मरीज़ ने कहा "हाँ, मेरा ऑपरेशन वही कर रहे है।"

नर्स ने कहा इस बात का तो मुझे विश्वास ही नही हो रहा है की इतने अच्छे डॉक्टर आपका ऑपरेशन करेंगे। 

मरीज ने आश्चर्य होकर नर्स से पूछा क्या वास्तव में इतने अच्छे डॉक्टर है ।

नर्स ने कहा "वास्तव में इस डॉक्टर ने अब तक हजारों ऑपरेशन किए हैं उसके ऑपरेशन में सफलता का अनुपात 100 प्रतिशत है । इनकी तीव्र व्यस्तता की वजह से इन्हें समय निकालना बहुत मुश्किल होता है। मैं हैरान हूँ आपका ऑपरेशन करने के लिए उन्हें फुर्सत कैसे मिली?

मरीज़ ने नर्स से कहा "ये मेरी अच्छी किस्मत है कि डॉ जबसन को फुरसत मिली और वह मेरा ऑपरेशन कर रहे हैं।

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उस नर्स ने बार बार मरीज को कहा की यकीन मानिए कि ये डॉक्टर दुनिया के सबसे बेहतरीन डॉक्टर में से एक है जिनके द्वारा आपका ऑपरेशन किया जाएगा। ये तो मुझे विश्वास ही नहीं हो पा रहा है।

इस बातचीत के बाद मरीज को ऑपरेशन थिएटर में पहुंचा दिया गया, मरीज़ का सफल ऑपरेशन हुआ और अब मरीज़ हँस कर अपनी जिंदगी जी रहा है।

आपको बता दे की उस मरीज के पास आई महिला कोई नर्स नही बल्कि एक मनोवैज्ञानिक डॉक्टर थी । जिस का काम ही था अपने मरीजों को मानसिक और मनोवैज्ञानिक रूप से तैयार करना। उनके दिमाग में सकारात्मक बातें भरना तथा अपने उपचार करने वाले डॉक्टर के उपर पूर्ण विश्वास दिलाना तथा उन्हें संतुष्ट करना की वास्तव में आप जल्दी ही ठीक हो जाएंगे। जिस पर मरीज़ शक भी नहीं कर सकता था। और इस बार इस महिला डॉक्टर ने अपना काम मरीज़ के कमरे में गुलदस्ता सजाते हुवे कर दिया था और बहुत खूबसूरती से मरीज़ के दिल और दिमाग में बिठा दिया था कि जो डॉक्टर इसका ऑपरेशन करेगा वो दुनिया का मशहूर और सबसे सफल डॉक्टर है जिसका हर ऑपरेशन सफल ऑपरेशन है और इन सब के साथ मरीज़ खुद सकारात्मक तरीके से सुधार की तरफ लौट आया।

आज ज्ञान ने सिद्ध कर दिया कि रोगी जितनी दृढ़ता से रोग को नियंत्रित करने का वादा करता है उतनी ही दृढ़ता से रोग पर जीत दर्ज कर सकता है । यदि कोई भी इंसान संकल्प ले तो हर समस्या से निजात पा सकता है, उसे कंट्रोल कर सकता है । चाहे वो corona जैसी भयानक बिमारी हो उस पर भी विजय पा सकता है । बस आपको धैर्य रखना है और अपने आपको सकारात्मक बना कर रखना है । अपने दिमाग में nigativity को आने ही मत दे । बस सोचिए की आप जल्द ही ठीक होने वाले है और फिर से साधारण जीवन यापन करने वाले है। 

बस दोस्तो सकारात्मक बने रहे, अनुशासित रहे , खुद और अपनो को भी सुरक्षित रखे । विजय आपकी ही होगी और हराएंगे हम सब ′ कोरोना′′ को भी।

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अतः यहां इस छोटी सी घटना बताने का मकसद यह है कि हमारी अपनी मानसिक स्थिति के अनुसार हमारे शरीर में सकारात्मक (Positive energy) अथवा नकारात्मक एनर्जी  (Negative energy) उत्पन्न होती है। जिसके अनुसार ही हमारे शरीर में हार्मोंस HORMONES पैदा होते हैं। हमारी 90% बीमारी का मूल कारण हमारे नकारात्मक विचार (Negative thoughts) से होता है जिससे हमारे शरीर में नकारात्मक ऊर्जा का उत्पन्न होना है। 

आज मनुष्य गलत विचारों का भस्मासुर बना कर
 खुद के शरीर का विनाश कर रहा है।

अंत में सिर्फ आपसे एक बात कहना चाहूंगा कि आपके चारो तरफ कितनी ही नकारात्मकता फैलाई जाये लेकिन अपने आप को हमेशा सकारात्मक ही बना कर रखे।  आपके सकरात्मक रहने मात्रा से ही आप अपने आप को स्वस्थ और प्रफुल्लित नज़र आएंगे।  एक सकारात्मक विचार (Positive thoughts) वाले व्यक्ति के दिमाग में विचार भी सकारात्मक ही पैदा होता है।  और जब सकारात्मक विचार पैदा होंगे तो आपकी सफलता का रास्ता भी सकारत्मक ही होगा जिससे आप अपने जीवन में हमेशा खुशहाल (Happiness) महसूस करेंगे। इसलिए कहते है -

*आओ मिलकर-सकारात्मक विचार फैलाए
*सकारात्मक रहें -स्वस्थ रहें* ।

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