हमारे रिश्ते अनमोल है । रिश्ता (relation) कोई भी हो सब की अलग पहचान और महत्व है । आज जमाना जितना आगे बढ़ता जा रहा है हमारे रिश्ते में कड़वाहट उतना ही बढ़ती जा रही है। जिससे हमारे रिश्ते टूटते जा रहे है। रिश्तों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है। समय रहते इन बढ़ती दूरियों को कम करके उन्हे सुधारना होगा वरना आपके ऐसी रिश्ते (relation) सिर्फ रिश्ते ही बनकर रह जायेंगे ।
इस आर्टिकल में आज उन्ही के बारे में बात करेंगे की आखिर रिश्तों (relation) के बीच बढ़ती कड़वाहट की वजह क्या हो सकती है ? जिसे दूर करके अपने रिश्तों को संभाल सके । उन्हें टूटने से बचा लें। तो फिर बिना देर किए आगे बढ़ते है उन बातो के ऊपर नजर डालते है कि आखिर क्या वजह है जिनके कारण हमारे रिश्तों कड़वाहट बढ़ती जा रही है ?
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पैसा (Money)- पैसा हमारे जीवन में जितना अच्छा है उससे कही ज्यादा खतरनाक भी है। पैसे जरूरत के अनुसार तक तो ठीक लगते है लेकिन जब वही पैसा लालच बन जाता है तो किसी भी इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देता है। और ऐसे व्यक्ति के लिए कोई रिश्ता (relation) मायने नहीं रखता है, अगर मायने रखता है तो सिर्फ पैसा, संपत्ति, जमीन जायदाद।
इसलिए अपने रिश्तों (relation) के दरमियान पैसे को अहमियत सिर्फ जरूरत के अनुसार ही देना चाहिए न की तिजोरी भरने , बैंक बैलेंस बनाने या फिर जमीन का एरिया बढ़ाने में लग जाए। सब कुछ यहीं का यहीं रह जायेगा। जिंदगी के अंत में सिर्फ रिश्ते ही काम आते है। इसलिए इन रिश्तों को बचाना जरूरी है।
ईगो (Ego)- किसी भी रिश्ते (relation) को तोड़ने में इस ईगो यानी घमंड का बहुत बड़ी भूमिका होती है। सबसे खास बात यह है कि जिसके अंदर ईगो होता है उन्हे उस बात का बिलकुल भी एहसास नही होता है बल्कि वह तो अगले वाले के ऊपर ही आरोप लगाने में लग रहता है । इगो छोटी छोटी बातों को भी पहाड़ बना देता है। जिससे छोटी छोटी बातों से भी किसी रिश्ते (relation) की डोर को बहुत कमजोर कर देता है।
ईगो अर्थात अहंकार के कारण आजकल सबसे ज्यादा रिश्ते टूटते जा रहे है। पति पत्नी के बीच में छोटी सी बात पर हंगामा मच जाता है और भी सिर्फ अपनी बात को मनवाने के चक्कर में । आखिर ये ईगो नही है तो क्या है ?
इसलिए समय रहते अपने ईगो को bye-bye कहें वरना अपने खास रिश्तों (relation) को अलविदा कहना पड़ेगा। ego को छोड़कर अपने टूटते रिश्ते (relation) को बचाइए। नही तो बहुत पछतावा होगा।
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विश्वास (Believe)- विश्वास पर तो दुनिया टिकी है। तो फिर हमारे रिश्ते की क्या ? कहते है की अगर खुद पर विश्वास हो तो कोई भी कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से किया जा सकता है। विश्वास में वो ताकत होती है की किसी भी व्यक्ति के अंदर एक जोश पैदा कर देता है। फिर चाहे वह कुछ कर गुजरने के लिए हो या रिश्ते (relation) निभाने के लिए हो।
अगर आपके रिश्तों (relation) के बीच जोश, अपनापन, प्यार नही तो समझो सब खत्म वो ये सब आता है सिर्फ विश्वास से। रिश्ते (relation) चाहे पति पत्नी का हो या मां बाप का या फिर कोई भी। जिनकी बुनियाद सिर्फ उनके बीच के विश्वास पर टिका होता है। किसी एक के गलत होने से ,झूठ बोलने से, किसी बात को छुपाने से अगर उनके बीच विश्वास कम होने लग जाए तो समझिए रिश्ते (relation) की डोर टूटने वाली है।
इसलिए ध्यान रहे की अपने रिश्तों के बीच कभी भी अपने विश्वास को कम न होने दें। ऐसा कोई काम न करें जिससे अगले वाले का विश्वास खो दें।
प्यार (Love)- कहते है की प्यार से किसी भी खूंखार जानवर का भी दिल जीता जा सकता है । भगवान ने इस धरती पर सबसे शानदार चीज बनाई है और वो है प्यार। प्यार चाहे पति पत्नी का हो या फिर मां बाप का या फिर भाई बहन या मां और बच्चे का। सब का अपना अपना स्थान है । सभी रिश्तों (relation) की शान है उनके बीच का प्यार। रिश्तों की जान है ये प्यार।
याद रखिए जिन रिश्तों (relation) के बीच प्यार नही वह सिर्फ नाम मात्र के रिश्ते होते है। ऐसे रिश्तों की उम्र बहुत कम होती है।
अगर अपने रिश्तों (relation) को सदा बनाए रखना चाहते है तो आपस में प्यार बना कर के रखे । अगर रिश्तों (relation) में प्यार होगा तो बड़ी से बड़ी गलती को भी माफ किया जाता रहता है। वरना छोटी छोटी गलतियों पर भी भूचाल मच जाया करते है।
स्ट्रेस (Stress)- आज के समय लोग चांद पर तो पहुंचने लगे, बड़ी बड़ी इमरते बनाने लगे, शानदार व्यवसाय या नौकरी करने लगे लेकिन इन सबसे बड़ा समस्या अपने साथ लिए जा रहे है । और वह है तनाव यानी स्ट्रेस। जो आपके रिश्तों के बीच कड़वाहट का सबसे बड़ा कारण है।
ऑफिस के तनाव के कारण व्यक्ति घर आकर अपने बीबी बच्चो से ठीक से बात नही करता है जिससे उनके रिश्तों (relation) में धीरे धीरे दूरियां बनने लगती है। पैसे की कमी से भी तनाव पैदा होने लगता है।
किसी भी बात को लेकर व्यक्ति के अंदर तनाव बढ़ जाता है। ज्यादा तनाव से जहां रिश्तों (relation) में कड़वाहट आती वही ऐसे व्यक्ति की सेहत भी काफी प्रभावित होती है। तनाव से उनकी खुशियां छीन जाती है।
अपने रिश्तों (relation) और सेहत को बचाने के लिए आपको अपने तनाव को खत्म करना होगा। इसके लिए आप ध्यान लगाइए, योग कीजिए, meditation किजिए।
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दोस्तों रिश्ते (relation) बहुत नाजुक बंधन में बंधे होते है। ये हल्की खीचाव से भी टूट जाते है। और जब टूट जाते है तो फिर अगर कोशिश करके दुबारा जोड़ भी लिया जाए तो उनमें गांठ जरूर रह जाती है। इसलिए कारण जो भी हो उसे समय पर सुलझा कर अपने रिश्तों (relation) को बचाइए। जीवन में अगर कुछ महत्व रखता है तो वो है हमारे सच्चे और प्यार भरे रिश्ते (relation)। रिश्तों की कद्र करें ।
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